रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष में एक नई तकरार सामने आई है, जब रूस ने पहली बार इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) यूक्रेन के खिलाफ दागी। यह कदम एक नई ऊंचाई को दर्शाता है, और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले का पूरा समर्थन किया है। पुतिन ने हमले के बाद बयान जारी करते हुए कहा, “यह मिसाइल हमले केवल हमारी शक्ति का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि यह दर्शाता है कि हम किसी भी स्थिति में अपनी रक्षा करेंगे।”
पुतिन का बयान
पुतिन ने हमले के बाद अपने संदेश में कहा, “रूस के पास हर समय अपनी सीमाओं की रक्षा करने का अधिकार है, और हम यूक्रेन के खिलाफ लगातार अपनी रणनीति को मजबूत करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि यह हमला केवल रूस की सैन्य क्षमता को मजबूत करने के लिए नहीं था, बल्कि यह एक चेतावनी थी, ताकि यूक्रेन को यह समझ में आ सके कि उनके विरोध का कोई लाभ नहीं होगा।
ICBM मिसाइल का प्रभाव
रूस ने जिस ICBM मिसाइल का इस्तेमाल किया, वह पृथ्वी के वातावरण से बाहर जाकर अपने लक्ष्य पर सटीक हमला करने में सक्षम होती है। यह मिसाइल इतनी ताकतवर है कि इससे यूक्रेन के सैन्य ठिकाने को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। रूस ने इसे अपनी सैन्य ताकत को प्रदर्शित करने के लिए दागा है, और यह कदम युद्ध के एक नए चरण की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
यूक्रेन की प्रतिक्रिया
यूक्रेन ने रूस के इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन माना है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेन्स्की ने कहा, “रूस की यह कार्रवाई युद्ध अपराध के समान है, और इसका जवाब दिया जाएगा। हम इसे कभी नहीं भूलेंगे।” ज़ेलेन्स्की ने पश्चिमी देशों से रूस के खिलाफ और सख्त प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है।
पुतिन की भविष्यवाणी
रूस के राष्ट्रपति ने भविष्यवाणी की है कि अगर यूक्रेन ने अपने कदम नहीं बदले, तो रूस और अधिक आक्रामक रणनीति अपनाएगा। पुतिन ने कहा, “हमारी सेनाओं की ताकत से कोई भी देश नहीं बच सकता। जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बनेगा, उसे हम किसी भी कीमत पर नष्ट कर देंगे।”
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
पुतिन के इस बयान के बाद दुनिया भर में चिंता बढ़ गई है। कई पश्चिमी देशों ने रूस के हमले की निंदा की है और इसे एक खतरनाक कदम माना है, जो पूरे क्षेत्र में तनाव बढ़ा सकता है। संयुक्त राष्ट्र और नाटो देशों ने इस हमले पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि रूस को अपनी आक्रामक नीतियों को तुरंत बंद करना चाहिए।
रूस की ICBM मिसाइल का यूक्रेन पर हमला और पुतिन का इसे समर्थन देना, यह साबित करता है कि रूस इस युद्ध को लंबा खींचने की योजना बना रहा है और उसे किसी भी अंतरराष्ट्रीय दबाव का कोई असर नहीं हो रहा है। यह स्थिति यूक्रेन और रूस के बीच के संघर्ष को और जटिल बना सकती है, जिससे भविष्य में और भी गंभीर परिणाम हो सकते हैं