आपको बता दे की केन्या ने भी अडानी ग्रुप के साथ हुए समझौते को रद्द कर दिया है, जो अमेरिका में लगे आरोपों के बाद लिया गया एक महत्वपूर्ण फैसला है, अडानी ग्रुप पर अमेरिका में कई आरोप लगाए गए हैं, जिनमें शेयर मार्केट में हेरफेर और अन्य वित्तीय अनियमितताएं शामिल हैं। इन आरोपों के बाद, केन्या सरकार ने अडानी ग्रुप के साथ किए गए समझौते की समीक्षा की और इसे रद्द करने का फैसला किया।
इस फैसले से अडानी ग्रुप के लिए बड़ा झटका लगा है, क्योंकि केन्या में उनकी कई परियोजनाएं चल रही थीं अडानी ग्रुप ने केन्या में हवाई अड्डे, बिजली संयंत्र और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निवेश किया था । इसके अलावा, ऊर्जा मंत्रालय द्वारा अडानी ग्रुप के साथ पिछले महीने साइन की गई, 30 साल की पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप डील को भी रद्द कर दिया गया है. यह डीलकेन्या में बिजली ट्रांसमिशन लाइन बनाने के लिए थी।