महाराष्ट्र महायुति में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर नई खींचतान शुरू हो गई है। शिवसेना के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और भाजपा के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयानों ने सत्ताधारी गठबंधन में हलचल मचा दी है।
शिंदे का बयान
एकनाथ शिंदे ने हाल ही में कहा कि महायुति में ज्यादा सीटें जीतने का यह मतलब नहीं कि मुख्यमंत्री का पद स्वचालित रूप से किसी पार्टी के पास चला जाएगा। शिंदे ने यह भी कहा कि सरकार बनाने में भागीदारी और सहयोग से ही नेता के चयन की प्रक्रिया तय होती है, न कि सिर्फ सीटों की संख्या से।
फडणवीस का उत्तर
इसके जवाब में देवेंद्र फडणवीस ने भी बयान जारी किया और कहा कि मुख्यमंत्री पद की निर्णय प्रक्रिया में एकजुटता और पार्टी के कार्यकर्ताओं की राय को प्रमुखता दी जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव परिणामों के आधार पर ही सभी पक्षों में सहमति बनेगी।
गठबंधन में तनाव का संकेत
शिंदे और फडणवीस के बयानों से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि महायुति में मुख्यमंत्री पद को लेकर कुछ अंदरूनी तनाव बढ़ सकता है। यह बयानबाजी तब हुई जब महायुति अपने उम्मीदवारों की सूची और विधानसभा चुनावी रणनीतियों पर विचार कर रही है।
जनता की प्रतिक्रिया
राज्य की जनता इस खींचतान को बहुत ध्यान से देख रही है। वहीं, विपक्षी दलों ने इस बयानबाजी को लेकर गठबंधन पर कटाक्ष किए हैं और आरोप लगाया है कि महायुति में एकता की कमी दिख रही है।