इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध के बीच दुनिया की नज़र कुछ ख़ास लड़कियों पर है। वो जितनी खूबसूरत हैं उतनी ही शातिर और खूंखार भी , उनकी हंसी और अदाएं जितनी मादक है उनके इरादे उतने ही खतरनाक हैं। ताजा हमला लेबनान में पेजर और वॉकी टॉकी में ब्लास्ट करके किया गया है। हालांकि इन हमलों का आरोप इजरायल ईरान पर लगा रहा है, लेकिन चर्चा यह भी है कि हमला हिजबुल्लाह ने कराया है, क्योंकि पिछले दिनों लेबनान में हुए पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट में 15 लोगों की मौत हुई है और करीब 3000 लोग घायल हुए हैं। वहीं एक्सपर्ट्स का कहना है कि लेबनान में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की वही स्पेशल फीमेल एजेंट्स एक्टिव हैं और उनकी मदद से ही यह धमाके कराए गए हैं। ऐसे में मोसाद की फीमेल एजेंट्स एक बार फिर सुर्खियों में हैं। आइए जानते हैं कि ये फीमेज एजेंट्स काम कैसे करती हैं ?
वे ब्यूटी विद ब्रेन का टेस्ट देकर ही सेलेक्ट होती हैं।
टाइम्स ऑफ इजरायल की एक पुरानी सितंबर 2012 में प्रकाशित हुई थी। इस रिपोर्ट में मोसाद की 5 फीमेल एजेंट्स से हुई बातचीत का जिक्र था। उन फीमेल एजेंट्स ने नाम न छापने की शर्त पर अपनी वर्किंग को लेकर बात की थी। उन्होंने बताया कि मोसाद की फीमेल एजेंट्स अपने देश के लिए कुछ भी कर सकती हैं, लेकिन उनकी कुछ सीमाएं भी तय थीं। उन्हें ‘लेडी ब्रिगेड’ कहा जाता है।
वे ब्यूटी विद ब्रेन का टेस्ट देकर ही सेलेक्ट होती हैं। उनका काम दुश्मन देश में घुसकर दुश्मनों की तलाश करके उनका खात्मा करना होता है। उसने मुश्किल से मुश्किल काम करने के लिए ट्रेंड किया जाता है। वे जासूसी के अलावा अन्य सभी तरह के काम करने में एक्सपर्ट होती हैं। उनका जीवन उस जासूस जैसा ही होता है, जैसा फिल्मों में दिखाया जाता है, लेकिन फिल्मों में जितना आकर्षक दिखाया जाता है, वैसा नहीं होता। बल्कि उनकी जिंदगी हर समय खतरे में होती है और कब मौत आ जाए, उन्हें भी पता नहीं होता।
दोस्ती और प्यार से आगे नहीं बढ़ती मोसाद की लेडी एजेंट्स
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मोसाद की फीमेल एजेंट्स बताती हैं कि चाहे मिशन कितना भी बड़ा और महत्वपूर्ण क्यों न हो, उसे पूरा करने के लिए वे अपने महिला होने का पूरा फायदा उठाती हैं, लेकिन इसकी भी कुछ हदें हैं, जिन्हें पार करने की उन्हें इजाजत नहीं होती। देश के लिए वे दोस्ती कर लेती हैं, छेड़छाड़ और गंदे मजाक कर लेती हैं।
बर्दाश्त भी कर लेती हैं, लेकिन अगर किसी के साथ संबंध बनाने की बात हो तो वे पीछे हट जाती हैं। मिशन पूरा करने के लिए सभी तरीके जायज है, सिर्फ यौन संबंध बनाने को छोड़कर। हालांकि कोई लड़की जासून नहीं बनना चाहेगी, क्योंकि लड़कियों को पता होता है कि इस काम में उनकी जान तक जा सकती है, लेकिन मोसाद जरूरतमंद सिंगल लड़कियों को भी भर्ती करता है, जिन्हें मरने के लिए भी तैयार रहना पड़ता है। बदले में उनके परिवार की हर जरूरत पूरी की जाती है।