जब भी हम जेल के बारे में सोचते हैं, तो हमारे मन में एक अंधेरी कोठरी की छवि उभरती है, जिसमें लोहे की जाली होती है। लेकिन अब ब्रिटेन में एक नई अवधारणा “वर्चुअल जेल” पर विचार किया जा रहा है, जिसके तहत अपराधी अपने घर पर ही सजा काट सकेंगे। यह योजना ब्रिटेन में जेलों में कैदियों की बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बनाई गई है।
वर्चुअल जेल में, अपराधी अपने घर पर एक तरह का वर्चुअल लॉक लगाएंगे। इसका मतलब है कि वे अपनी सजा को जेल में बिताने के बजाय अपने घर पर ही रहकर काट सकते हैं। यह व्यवस्था उन कैदियों के लिए है, जिनकी सजा की अवधि का आखिरी हिस्सा बचा है।
ब्रिटेन की नई लेबर सरकार ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि देश की जेलें जल्द ही भर जाएंगी। इंग्लैंड और वेल्स में कैदियों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। इस समस्या से निपटने के लिए लॉ मिनिस्टर शबाना महमूद ने जल्दी रिहाई कार्यक्रम और वर्चुअल जेल की व्यवस्था पर विचार करने का निर्णय लिया है।
1. जीपीएस ट्रैकिंग: यदि किसी अपराधी को वर्चुअल जेल में भेजा जाता है, तो उसे जीपीएस टैग, स्मार्टफोन और अन्य डिवाइस पहनने होंगे। यह सुनिश्चित करेगा कि वह निर्धारित क्षेत्र में ही रहे।
2. नियम और शर्तें: कैदियों को कुछ विशेष नियमों का पालन करना होगा। यदि वे किसी भी तरह से वर्चुअल जेल से बाहर निकलने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें फिर से जेल में भेजा जा सकता है।
3. मॉनिटरिंग: सुरक्षा एजेंसियाँ उनके गतिविधियों पर नजर रखेंगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि कैदी अपनी सजा को सही तरीके से काट रहा है।
संभावित लाभ
– भीड़ से मुक्ति: वर्चुअल जेल व्यवस्था से जेलों में भीड़ को कम किया जा सकेगा, जिससे कैदियों की स्थिति में सुधार होगा।
– पारिवारिक संबंध: अपराधी अपने परिवार के साथ रह सकते हैं, जिससे उनकी मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हो सकती है।
– समाज में पुनः शामिल होना: इस व्यवस्था से अपराधियों को समाज में धीरे-धीरे लौटने का मौका मिलेगा, जिससे उनकी पुनर्वास प्रक्रिया सरल होगी।