ब्यूरो रिपोर्ट , 20 जनवरी , खुशी हो या गम, जीत हो या हार, कुछ लोगों के लिए शराब ज़रूरी होती है। शराब प्रेमी अपने पीने को सही ठहराने के लिए भी एक तर्क देते हैं। वे कहते हैं कि रोज़ एक पैग पीने से कुछ नहीं होता। हालाँकि, विशेषज्ञ कहते रहते हैं कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। विशेषज्ञ कहते हैं कि किसी भी स्थिति में शराब पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। कई अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि रोज़ाना एक पैग पीना भी खतरनाक है।
सर्दियों में कई शराब प्रेमी रम पीते हैं। वे कहते हैं कि रम शरीर को गर्म करती है। कहा जाता है कि लंबे समय तक जहाजों पर यात्रा करने वाले लोग भी ठंडे मौसम से बचने के लिए रम पीते हैं। क्या वाकई रम शरीर को गर्म रखती है? रम पीने से शरीर गर्म क्यों होता है? रम कैसे बनती है? आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ रोचक बातें।
रम कैसे बनती है?
शराब का एक प्रकार रम, मोलासेस से बनाई जाती है। गन्ने के रस से चीनी बनाने की प्रक्रिया में मोलासेस नामक पदार्थ निकलता है। चीनी बनाने के दौरान निकलने वाला मोलासेस गहरे रंग का होता है। इस मोलासेस को फरमेंट करके रम बनाई जाती है। रम मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है। एक डार्क रम और दूसरी लाइट रम।
रंग में अंतर क्यों?
रम बनाने की प्रक्रिया एक जैसी होने के बावजूद, मोलासेस के कारण ही रंग में अंतर होता है। डार्क रम बनाते समय तैयार मोलासेस को अलग से मिलाया जाता है। लाइट रम में यह प्रक्रिया नहीं होती। इसलिए लाइट रम पारदर्शी होती है। इसे ही वोदका कहते हैं। डार्क रम रंगीन होती है। रम के रंग में बदलाव का मुख्य कारण यही है। स्वाद में अंतर का कारण भी मोलासेस मिलाने का तरीका ही बताया जाता है।
रम पीने से गर्मी क्यों लगती है?
कहा जाता है कि डार्क रम पीने से शरीर गर्म होता है, इसमें सच्चाई है। आमतौर पर डार्क रम बनाने में मोलासेस को अलग से मिलाया जाता है। इसी प्रक्रिया के कारण रम का रंग गहरा होता है। अधिक मोलासेस मिलाने से रम में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है। इसी कारण रम पीने से शरीर गर्म होने का एहसास होता है। शरीर में अचानक कैलोरी की मात्रा बढ़ने से शरीर में मेटाबॉलिज्म की गति तेज हो जाती है। इसी कारण शरीर गर्म हो जाता है।