पिथौरागढ़ में बुधवार को आयोजित प्रादेशिक सेना भर्ती रैली में उत्तर प्रदेश के युवाओं का भारी हुजूम उमड़ पड़ा। इस भर्ती रैली में लगभग 20 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए। भर्ती स्थल पर युवाओं की इतनी बड़ी संख्या देखी गई कि अंदर जाने के लिए धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई। इस दौरान कई युवा सेना के गेट पर चढ़ गए, जिससे गेट टूट गया और अफरा-तफरी मच गई।
स्थिति का बिगड़ना और सेना की कार्रवाई
भर्ती स्थल पर सुबह छह बजे तक युवाओं का भारी जमावड़ा हो गया था। इसके बाद अंदर जाने के लिए युवाओं के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। सेना के अधिकारियों द्वारा बार-बार मुनादी की गई, लेकिन युवाओं ने आदेशों का पालन नहीं किया। कुछ युवाओं ने सेना के गेट पर चढ़कर उसे तोड़ दिया, जिससे गेट को खोलने में समस्या आई।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना के जवानों को लाठी फटकानी पड़ी। इससे अफरा-तफरी मच गई और कई युवाओं के जूते-चप्पल गिर गए, बैग और कपड़े सड़क पर बिखर गए। कई युवाओं को चोटें भी आईं। इस दौरान मौके पर तनावपूर्ण स्थिति बन गई।
भीड़ को नियंत्रित करने की कड़ी मशक्कत
सेना और पुलिस के जवानों ने कड़ी मेहनत की और किसी तरह से भीड़ को नियंत्रित किया। इसके बाद युवाओं को टोलियों में बांटकर भर्ती मैदान तक भेजा गया। भारी भीड़ के कारण भर्ती प्रक्रिया में देरी हुई। भर्ती रैली इस दिन अन्य दिनों की तुलना में काफी देर से शुरू हो सकी।
भर्ती प्रक्रिया देर रात तक जारी रही
हालांकि, दोपहर तक युवाओं का आना जारी रहा और भर्ती प्रक्रिया देर शाम तक चलती रही। इस भारी भीड़ के कारण न केवल भर्ती रैली में देरी हुई, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था को भी कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा।
यह घटना पिथौरागढ़ में हुई प्रादेशिक सेना भर्ती रैली की भव्यता और युवाओं के उत्साह का प्रतीक है, हालांकि भीड़ की अव्यवस्था ने इस उत्साह को अफरा-तफरी में बदल दिया।