लगभग हर भारतीय रसोई में लहसुन आसानी से मिल जाता है। यह भारतीय खानपान का एक अहम अंग है जिसके बिना कई व्यंजनों का स्वाद अधूरा लगता है। खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही यह सेहत को भी फायदा पहुंचाता है। हालांकि ज्यादा मात्रा में लहसुन खाने से कई तरह के नुकसान भी हो सकते हैं। शायद ही कोई ऐसा हो, जिसे लहसुन स्वाद पसंद नहीं। यह एक ऐसी सब्जी है, जिसे आमतौर पर भारतीय व्यंजनों में मसाले के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
इसका तीखा स्वाद न सिर्फ खाने के टेस्ट को दोगुना कर देता है, बल्कि यह सेहत के लिए भी काफी गुणकारी माना जाता है। खासकर सर्दियों के मौसम में इसे खाने से सेहतमंद रहने में मदद मिलती है। लहसुन इम्युनिटी बढ़ाने के साथ ही ब्लड प्रेशर कम करने में भी मदद करता है। ऐसे में इसे खाना सेहत के लिए कई मायनों में लाभकारी होता है।
जिस तरह एक सिक्के के दो पहलू होते हैं, उसी तरह लहसुन के भी अपने अलग फायदे और नुकसान होते हैं। ज्यादा मात्रा में इसे खाने के कई नुकसान है ही, लेकिन कुछ लोगों के लिए भी लहसुन काफी हानिकारक साबित हो सकता है। लहसुन के मजबूत कंपाउंड पेट की परत को परेशान कर सकते हैं, खासकर जब उन्हें रोकने के लिए कोई भोजन नहीं होता है।
लहसुन सीने में जलन और एसिड रिफ्लक्स जैसे जीईआरडी के लक्षणों को खराब कर सकता है। लहसुन खून पतला करने वाली दवा के रूप में कार्य कर सकता है, इसलिए अगर आप ब्लड थिनिंग की दवाएं ले रहे हैं, तो लहसुन को खाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अगर आप आसानी से पाचन संबंधी समस्याओं का शिकार हो जाते हैं, तो खाली पेट कच्चा लहसुन खाने से बचें।
इससे सीने में जलन, मतली और अपच की समस्या हो सकती है। लहसुन पेट को ज्यादा एसिड उत्पन्न कर सकता है, जिससे गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) से पीड़ित लोगों की समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है। लहसुन में मौजूद सल्फर कंपाउंड का रेचक प्रभाव हो सकता है, जिससे दस्त हो सकता है, खासकर संवेदनशील व्यक्तियों के लिए यह ज्यादा हानिकारक हो सकता है। अगर आपको लहसुन खाने के बाद पाचन संबंधी कोई असुविधा महसूस होती है, तो बेहतर होगा कि इसे खाली पेट खाने से पूरी तरह बचें।