आजकल के स्मार्टफोन-निर्भर युग में लोग अपने मोबाइल फोन को हर जगह लेकर जाते हैं, चाहे वो किचन हो या बाथरूम। टॉयलेट में भी कई लोग घंटों तक अपने फोन का उपयोग करते हैं, जो कि सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। अगर आप भी टॉयलेट में फोन ले जाने के आदी हैं, तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं टॉयलेट में मोबाइल ले जाने के नुकसान।
टॉयलेट एक ऐसी जगह है जहाँ ढेर सारे बैक्टीरिया और कीटाणु मौजूद होते हैं। टॉयलेट सीट, फ्लश का बटन, और यहां तक कि नल पर भी बैक्टीरिया पनपते हैं। जब आप टॉयलेट में अपने फोन का इस्तेमाल करते हैं और फिर उसी फोन को छूते हैं, तो ये सारे बैक्टीरिया आपके हाथों से फोन पर आ जाते हैं। इसके बाद ये बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।
यदि आप घंटों तक टॉयलेट की कमोड पर बैठकर फोन का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे आपकी मांसपेशियों में अकड़न आ सकती है। इससे घुटनों और कमर में दर्द की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
एक औसत व्यक्ति को सुबह फ्रेश होने के लिए सिर्फ दो से पांच मिनट का समय लगता है। आयुर्वेद भी यही मानता है कि जितना जल्दी आपका पेट साफ हो, उतना ही आपकी सेहत के लिए अच्छा होता है। लेकिन अधिकांश लोग फोन चलाने के कारण टॉयलेट में आधे से एक घंटा बिता देते हैं। इससे न केवल समय की बर्बादी होती है, बल्कि आप ठीक से फ्रेश भी नहीं हो पाते हैं।
टॉयलेट में ज्यादा देर बैठने से रेक्टम यानी मलाशय पर दबाव पड़ता है। अधिक समय तक टॉयलेट में बैठने से पाइल्स या बवासीर जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
रिसर्च के अनुसार, टॉयलेट में फोन ले जाकर घंटों बिताने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। जब आप टॉयलेट में होते हैं, तो आपके मन में कई विचार आते हैं और आप गहरे विचारों में खो जाते हैं। लेकिन अगर आप फोन पर व्यस्त रहते हैं, तो आप अपने विचारों पर ध्यान नहीं दे पाते। इससे मानसिक तनाव और चिंता बढ़ सकती है।