उत्तराखंड के रुड़की में आज सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें बिहार के दो युवकों की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब एक तेज रफ्तार कार घने कोहरे के कारण ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा गई। यह घटना आज सुबह के समय की है, जब शहर में घना कोहरा छाया हुआ था और दृश्यता बेहद कम थी। यह हादसा रुड़की के निकट स्थित एक प्रमुख सड़क पर हुआ, जो आमतौर पर व्यस्त रहती है।
हादसा रुड़की के खानपुर क्षेत्र में हुआ, जहां एक तेज रफ्तार कार ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा गई। बताया जा रहा है कि कार में सवार दोनों युवक बिहार के निवासी थे और वे कार में सवार होकर कहीं जा रहे थे। सुबह के समय घने कोहरे के कारण दृश्यता बहुत कम थी, जिसके कारण कार चालक ट्रैक्टर-ट्रॉली को नहीं देख पाया और सीधे उसमें घुस गया। कार की गति इतनी तेज थी कि वह ट्रैक्टर-ट्रॉली के पीछे लदे सामान में पूरी तरह से घुस गई और कार की आगे की सीटों पर बैठे दोनों युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कार में फंसे शवों को बाहर निकाला और मृतकों के शवों को अस्पताल भेजा।
मृतकों की पहचान बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले युवकों के रूप में हुई है। उनके नाम राकेश कुमार (22) और आशीष कुमार (24) हैं। दोनों युवक किसी काम से रुड़की आ रहे थे और हादसे के समय वे कार में सवार थे। पुलिस के मुताबिक, ये दोनों युवक बिहार से रुड़की की ओर आ रहे थे, और रास्ते में यह हादसा हो गया।
यह हादसा उस समय हुआ जब रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में घना कोहरा था, जो दृश्यता को अत्यधिक कम कर रहा था। कोहरे के कारण सड़क पर वाहन चलाना बेहद खतरनाक हो सकता है, क्योंकि वाहन चालक को सामने कुछ दिखाई नहीं देता और अचानक सामने कोई बड़ा वाहन आ जाने की संभावना बढ़ जाती है। इसी कारण यह हादसा हुआ, जहां कार चालक को ट्रैक्टर-ट्रॉली का ठीक से पता नहीं चला और वह सीधे उसमें घुस गया।
रुड़की क्षेत्र में दिसंबर और जनवरी के महीने में कोहरा अक्सर देखने को मिलता है। ऐसे में सड़क सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को सजग रहने की आवश्यकता होती है। हादसे के बाद पुलिस ने कोहरे के दौरान सड़क पर अधिक सतर्कता बरतने की अपील की है और सभी वाहन चालकों को धीमी गति से चलने की सलाह दी है।
हादसे के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक से भी पूछताछ की है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली सड़क के किनारे खड़ा था, और कार की रफ्तार बहुत अधिक थी।
पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और यदि कोई लापरवाही सामने आती है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, प्रशासन ने कोहरे के दौरान सड़क सुरक्षा के उपायों पर ध्यान देने की बात की है। पुलिस ने सड़क पर और आसपास के क्षेत्रों में चेतावनी देने के लिए साइनबोर्ड और रिफ्लेक्टिव पट्टियां लगाने की योजना बनाई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कोहरे के समय इस सड़क पर गाड़ी चलाना काफी जोखिम भरा हो जाता है। लोग अक्सर इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं कि कोहरे के कारण दृश्यता कम हो जाती है और सड़क पर गाड़ी चलाने के दौरान हर कदम को संभलकर रखना पड़ता है। स्थानीय लोग हादसे के बाद इस सड़क पर वाहनों की रफ्तार धीमी करने और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
इस घटना से एक बार फिर यह साबित हुआ कि कोहरे के दौरान सड़क सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। अधिकारियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि दुर्घटनाओं से बचने के लिए उचित सड़क संकेतक और रिफ्लेक्टिव पट्टियों का उपयोग किया जाए, जिससे वाहन चालकों को मार्ग की स्थिति और संभावित खतरों का पूर्वाभास हो सके। इसके साथ ही, यह भी जरूरी है कि वाहन चालक कोहरे के समय धीमी गति से गाड़ी चलाने और सुरक्षा के सभी मानकों का पालन करने की कोशिश करें।