उत्तराखंड में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है और मानसून की बारिश ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही भारी वर्षा ने जनजीवन को प्रभावित किया है। बीते बुधवार को देहरादून, हरिद्वार और अन्य जिलों में जबरदस्त बारिश हुई, जिसके चलते सड़कें और जन परिवहन प्रभावित हुए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, अगले दो दिन प्रदेश में भारी वर्षा का सिलसिला जारी रह सकता है। विशेषकर शुक्रवार को बागेश्वर में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है, जिसके चलते आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, चमोली, पिथौरागढ़, चंपावत और नैनीताल में भी गरज-चमक के साथ भारी बारिश की आशंका है, जिसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बरसात के कारण कई स्थानों पर जलभराव और भूस्खलन की घटनाएँ भी हो सकती हैं, जो यात्रा और दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकती हैं। खासकर पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। कई इलाकों में स्कूलों की छुट्टियाँ भी घोषित की जा सकती हैं, जिससे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। प्रशासन ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और बारिश के दौरान सतर्क रहें। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति का सामना किया जा सके। उत्तराखंड में मानसून का आगमन प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ाने के साथ-साथ चुनौतियाँ भी लेकर आता है। इस दौरान सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि हम सभी सुरक्षित रहें और प्रकृति के इस अद्भुत अनुभव का आनंद उठा सकें। प्रशासन की ओर से जारी की गई जानकारी के अनुसार, सभी नागरिकों को मौसम के बदलावों पर नज़र रखने की सलाह दी गई है।