पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए मोटर बाइक की दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल (ईवी) बड़ा विकल्प बनकर आए हैं। ईवी प्रदूषण भी कम करते हैं और इससे जेब पर भी कोई ज्यादा भार नहीं पड़ता। वर्तमान समय में तेजी से इलेक्ट्रॉनिक बाइक्स और कार का चलन बढ़ रहा है। अब पहले से प्रतिष्ठित मोटर बाइक कंपनियां भी इस क्षेत्र में काम कर रही हैं। बड़े ब्रांड्स ने अपनी ईवी लॉन्च की हैं। लेकिन आए दिन इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों की बैटरी में होने वाली धमाके की खबर डराने वाली है। आखिर क्या कारण है कि ई-बाइक्स की बैटरी के फटने की घटनाएं बढ़ रही है। आइए जानते हैं क्या है इसका कारण और इससे कैसे बचा जा सकता है।
क्यों होती है बैटरी फटने की घटनाएं
ई-स्कूटरों में लीथियम-आयन बैटरियों का उपयोग होता है। इसी बैटरी का उपयोग दुनियाभर में स्मार्टफोन से लेकर लैपटाप और इलेक्ट्रिक कार से लेकर स्मार्टवाच तक में हो रहा है। लीथियम-आयन बैटरी में होने वाले विस्फोट के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से सबसे मुख्य दो कारण हैं। पहला, बैटरी के निर्माण की खराब क्वालिटी और दूसरा, बैटरी पर किसी तरह का कंपन आना या शॉर्ट सर्किट होना। बहुत अधिक कंपन की वजह से भी आग लग सकती है, क्योंकि लीथियम-आयन बैटरी इसे बर्दाश्त नहीं कर पाती है। अक्सर देखा गया है कि गर्मी बढ़ते ही बैटरी वाली गाड़ियों में विस्फोट की घटनाएं बढ़ने लगती है। इसे देखते हुए यह भी कहा जा सकता है कि बैटरी एक हद तक ही गर्मी बर्दाश्त कर सकती है, उससे ज्यादा गरम होने पर उसमें विस्फोट की संभावना होती है।
बैटरी में थर्मल रनअवे से तेजी से बढ़ता है तापमान
थर्मल रनअवे बैटरी सेल के भीतर एक तरह का रिएक्शन होता है। इससे बैटरी के अंदर एक रासायनिक प्रतिक्रिया होती है और तापमान बहुत बढ़ जाता है। गर्मी की वजह से बैटरी में दूसरी रासायनिक प्रतिक्रियाएं भी शुरू हो जाती हैं, जो अत्यधिक गर्मी पैदा करती हैं। थर्मल रनअवे में बैटरी सेल का तापमान तेजी से बढ़ता है और उस बैटरी में स्टोर ऊर्जा बहुत तेजी से बाहर निकलने लग जाती है। तापमान बढ़ने की वजह से बैटरी में गैस बन सकती है और यह आग लगने का एक बड़ा कारण बन जाती है।
खतरे का संकेत देती है बैटरी
आपकी गाड़ी की बैटरी खराब हो गई है या उसमें किसी भी वक्त आग लगने की घटना हो सकती है इसका संकेत खुद बैटरी देती है। कुछ बातों का ध्यान रखकर हम समय रहते बैटरी बदल सकते हैं और जानलेवा घटनाओं से बच सकते हैं। बैटरी जब फैली हुई लगे, उसका रंग फीका पड़े या धुआं निकलने लगे तो आप सतर्क हो जाएं। ये संकेत दिखने पर सावधानी पूर्वक कदम उठाएं। अगर धुंआ उठना शुरु हो गया हो तो गाड़ी किसी खाली जगह पर रख दें।
गाड़ी में आग लगने से कैसे बचें
अगर आप भी ईवी लेने की सोच रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखें, जिससे आप अपनी ईवी को लंबे समय तक बिना किसी नुकसान के उपयोग में ला सकते हैं। कहीं से गाड़ी चलाकर वापस पर तुरंत बाद ईवी बैटरी को चार्ज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि उस समय बैटरी के अंदर लीथियम-आयन सेल बहुत गर्म रहती है। इसके बजाय, बैटरी को ठंडा होने दें, फिर चार्ज करें। कभी भी गाड़ियों में सस्ती बैटरी ना लगवाएं बल्कि कंपनी से लग कर आई बैटरी का ही उपयोग करें। साथ ही कंपनी से आई चार्जिंग केबल का ही उपयोग करें। अगर बैटरी में किसी भी तरह की कोई खराबी नजर आती है तो तुरंत उसे चेक कराएं। बैटरी पर चार्जर लगा कर ना छोड़ें, चार्ज होते ही चार्जर हटा लें। स्कूटर पर जरूरत से ज्यादा भार ना रखें। बहुत ज्यादा धूप या गर्म स्थानों पर गाड़ियों को ना छोड़ें।