डिजिटल डिटॉक्स और मेंटल हेल्थ : डिजिटल युग ने हमारे जीवन को कई तरह से बदल दिया है। हम अब जानकारी के समुद्र में डूबे हुए हैं। हर तरफ से हम लगभग हर सेकंड एक नई जानकारी मिल रही है। सोशल मीडिया, स्मार्टफोन और इंटरनेट ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है, लेकिन साथ ही ये हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी चुनौतियां पैदा कर रहे हैं। लगातार जुड़े रहने की चाहत, तुलना की भावना, और ऑनलाइन हैरास्मेंट जैसे फैक्टर हमारे मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए इस डिजिटल युग में अपनी मानसिक सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
इसलिए वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस दिन लोगों को मानसिक सेहत से जुड़ी समस्याओं के बारे में जानकार बनाने और उन्हें इससे जुड़ी रूढ़ीवादी विचारों से बाहर निकालने से लिए प्रेरित किया जाता है। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि कैसे डिजिटल एज में हम अपनी मेंटल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं। इंफॉर्मेशन बमबार्डमेंट की वजह से अक्सर डॉक्टर्स के पास मानसिक थकान, तनाव, एंग्जायटी और कंफ्यूजन से परेशान मरीज आते हैं। लेकिन इसके लिए सिर्फ डिजिटल मीडिया को दोष देना काफी नहीं है। तकनीक हमारे लिए वरदान है, तो उसका गलत इस्तेमाल करके हम उसे अपने लिए श्राप भी बना सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम इसका सही इस्तेमाल करें। जरूरी है कि पीछे छूट जाने की भावना को हटाते हुए, हम कुछ समय के लिए डिजिटल ब्रेक लें।
हफ्ते में एक दिन या दिन में 1-2 घंटे ऑफलाइन जाने से आपके दिमाग को आराम मिलेगा। साथ ही, दिन भर ई-मेल चेक करने के बजाय आप उसके लिए एक फिक्स समय में ही चेक करें। ऐसे कुछ तरीकों से आप अपनी अपनी मेंटल हेल्थ का ख्याल रख सकते हैं। डिजिटल डिटॉक्स- समय-समय पर डिजिटल डिवाइस से दूर रहना जरूरी है। आप हफ्ते में एक दिन या कुछ घंटे का समय निकालकर डिजिटल डिटॉक्स कर सकते हैं।
इस दौरान आप किताबें पढ़ सकते हैं, नेचर के बीच घूम सकते हैं, या अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिता सकते हैं।
सोशल मीडिया का सीमित इस्तेमाल : सोशल मीडिया का इस्तेमाल सीमित करें और केवल सकारात्मक चीजों को ही फॉलो करें। तुलना की भावना से बचें और याद रखें कि हर किसी का जीवन बिल्कुल परफेक्ट नहीं होता।
हेल्दी डाइट : हेल्दी डाइट खाने से आपका शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। फलों, सब्जियों, और साबुत अनाज का सेवन करें।
सामाजिक संबंधों को मजबूत बनाएं : परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं। उनके साथ बातचीत करने से आपका मन खुश रहेगा और आपको तनाव कम महसूस होगा।
डॉक्टर से मदद लें : अगर आपको लगता है कि आप अकेले तनाव का सामना नहीं कर पा रहे हैं, तो किसी मनोवैज्ञानिक से मदद लें।
सकारात्मक सोच : सकारात्मक सोच रखने से आप किसी भी स्थिति का बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं।
स्क्रीन टाइम कम करें : स्मार्टफोन, लैपटॉप और टीवी का उपयोग कम करने की कोशिश करें। नींद से पहले कम से कम एक घंटे तक स्क्रीन से दूर रहें।
ध्यान और योग : ध्यान और योग जैसे अभ्यास तनाव कम करने और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करते हैं। आप कुछ मिनटों के लिए ध्यान लगाकर या कुछ योगासन करके अपने मन को शांत कर सकते हैं।
शारीरिक गतिविधि : नियमित रूप से व्यायाम करने से तनाव कम होता है और मूड बेहतर होता है। इसके लिए आप दौड़ सकते हैं, योग कर सकते हैं, या जिम जा सकते हैं।
पर्याप्त नींद : पर्याप्त नींद लेना मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। ज्यादातर वयस्कों को रोजाना 7-9 घंटे की नींद लेनी चाहिए।