महाकुंभ में आग का तांडव, 20 टेंट जलकर खाक : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला, जो विश्वभर से लाखों श्रद्धालुओं का आस्था का केन्द्र बना हुआ है, इस बार एक भीषण घटना का शिकार हुआ। महाकुंभ मेले के टेंटों में अचानक आग लगने से चारों ओर अफरा-तफरी मच गई और कई टेंट जलकर राख हो गए। इसके अलावा, आग के साथ जोरदार धमाके हुए, जिनमें सिलेंडर फटने की आवाजें सुनाई दीं, जिससे स्थिति और भयावह हो गई। प्रशासन और स्थानीय सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई की और इलाके को सील कर दिया, लेकिन तब तक आग ने भारी तबाही मचाई थी। यह घटना मेला क्षेत्र में तात्कालिक सुरक्षा व्यवस्थाओं और अग्नि सुरक्षा के लिए एक बड़ा सवाल बन गई है।
यह घटना उस समय घटी जब मेला क्षेत्र के एक बड़े हिस्से में अस्थायी टेंटों में ठहरे लोग रात का खाना खा रहे थे। अचानक एक टेंट में आग की लपटें दिखाई दीं, और देखते ही देखते आग ने आसपास के टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया। शुरुआत में यह आग सामान्य सी लग रही थी, लेकिन जैसे ही कुछ सिलेंडर फटे, स्थिति बिगड़ गई। धमाकों के साथ सिलेंडर फटने से आग की लपटें और तेज हो गईं, जिससे आग तेजी से फैलने लगी।
आग की लपटें इतनी तेज थीं कि टेंटों और अन्य अस्थायी संरचनाओं को जलते हुए देख पाना बेहद कठिन था। कई लोग आग के भयंकर रूप को देखकर भागने में सफल नहीं हो पाए और कुछ लोग घायल हो गए। आग के फैलने के बाद प्रशासन ने तुरंत दमकल विभाग और पुलिस की टीमों को घटनास्थल पर भेजा, लेकिन आग के फैलने की गति इतनी तेज थी कि राहत कार्य में समय लग गया।आग की लपटें बढ़ने के साथ ही टेंटों के अंदर रखे गैस सिलेंडरों में धमाके हुए, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई। इन धमाकों के कारण आग की लपटें और तेज हो गईं और मेला क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। सिलेंडर के धमाके से न केवल आग के फैलने की गति तेज हुई, बल्कि आसपास के टेंटों और लोगों के लिए खतरा भी बढ़ गया। धमाकों की आवाजें दूर-दूर तक सुनाई दीं, और कई लोग डर के मारे इधर-उधर भागने लगे।