पुलिस महानिदेशक पहुंचे केदारनाथ धाम: उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा की शुरुआत से पहले राज्य के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ और अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) वी. मुरुगेशन ने केदारनाथ धाम का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया और रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रल्हाद कोंडे से यात्रा के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की।
पुलिस महानिदेशक ने केदारनाथ धाम परिसर और आसपास के क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए पुलिस प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए यात्रियों को दर्शन के लिए टोकन सिस्टम शुरू किया जा रहा है, ताकि भीड़ नियंत्रण और प्रबंधन बेहतर ढंग से किया जा सके। यह व्यवस्था यात्रा के पहले दिन से ही लागू की जाएगी।
डीजीपी ने यह भी निर्देश दिए कि टोकन काउंटरों की संख्या बढ़ाई जाए और पीए सिस्टम के माध्यम से यात्रियों को आवश्यक जानकारी दी जाए। साथ ही, आस्था पथ पर आने वाले हर यात्री को उनके टोकन नंबर और समय की जानकारी स्क्रीन पर प्रदर्शित की जाए ताकि यात्रा में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने यात्रा मार्ग पर तैनात पुलिस, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और अन्य बलों से संवाद किया और उन्हें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए श्रद्धालुओं की सेवा में सौम्य व्यवहार रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर पुलिसकर्मी यहां पर एक सेवक की तरह तैनात है और उसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुविधाजनक और श्रद्धाभाव से भरी यात्रा देना है।
डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन मिलकर यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित और सफल बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। ट्रैफिक प्लानिंग से लेकर मेडिकल सुविधाओं तक हर व्यवस्था को दुरुस्त किया गया है।
इस दौरे के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि उत्तराखण्ड प्रशासन इस बार की चारधाम यात्रा को हर दृष्टिकोण से स्मरणीय और सुरक्षित बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।