HMPV: कोरोना वायरस से कितना खतरनाक है? जानिए फर्क और लक्षण 8 पॉइंट्स में : एचएमपीवी (Human Metapneumovirus) एक वायरल संक्रमण है, जो सामान्यतः श्वसन प्रणाली (respiratory system) को प्रभावित करता है। हालाँकि यह वायरस कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) जैसा ही है, लेकिन इन दोनों के बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं। आइए जानते हैं एचएमपीवी के बारे में विस्तार से और समझते हैं कि यह कोरोना वायरस से कैसे अलग है।
एचएमपीवी क्या है?
एचएमपीवी एक प्रकार का वायरस है, जो मानवों में श्वसन संक्रमण का कारण बनता है। यह एक RNA वायरस है, जो मुख्य रूप से बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है। यह वायरस सामान्यत: सर्दी, खांसी, ब्रोन्काइटिस और निमोनिया जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
कोरोना वायरस और एचएमपीवी में क्या अंतर है?
कोरोना वायरस SARS-CoV-2 और एचएमपीवी दोनों ही श्वसन संबंधी संक्रमण पैदा करते हैं, लेकिन उनका संक्रमण फैलने का तरीका, लक्षण, और प्रभाव अलग होते हैं। कोरोना वायरस COVID-19 महामारी का कारण बना है, जबकि एचएमपीवी का प्रभाव अधिकतर हल्के रूप में देखा जाता है।
संक्रमण का तरीका
एचएमपीवी और कोरोना वायरस दोनों ही हवा के माध्यम से फैलते हैं। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति की खांसी, छींक, या साँस से फैल सकते हैं। हालांकि, कोरोना वायरस ने ज्यादा व्यापक और गंभीर महामारी का रूप लिया, जबकि एचएमपीवी आमतौर पर मौसमी महामारी का कारण बनता है।
लक्षण
एचएमपीवी के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं, जैसे:
नाक बहना
गले में खराश
खांसी
बुखार
सांस लेने में तकलीफ (यदि गंभीर हो)।
कोरोना वायरस के लक्षण में बुखार, सूखी खांसी, थकान, स्वाद और गंध का खो जाना, और सांस की समस्या मुख्य होते हैं। कोरोना वायरस में लक्षण गंभीर हो सकते हैं, जैसे गंभीर निमोनिया, जिससे अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है।
खतरे का स्तर
कोरोना वायरस SARS-CoV-2 की तुलना में एचएमपीवी आमतौर पर कम खतरनाक होता है। COVID-19 ने वैश्विक महामारी का रूप लिया और लाखों मौतों का कारण बना, जबकि एचएमपीवी के कारण होने वाले संक्रमण सामान्यत: हल्के होते हैं और मृत्यु दर कम होती है।
उपचार
एचएमपीवी का कोई विशिष्ट एंटीवायरल उपचार नहीं है। इसका इलाज सामान्यत: लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है, जैसे बुखार कम करने वाली दवाइयाँ और सर्दी-जुकाम के लिए उपचार। वहीं, कोरोना वायरस के लिए विभिन्न उपचार और वैक्सीनेशन अभियान चलाए गए हैं, जिनमें एंटीवायरल दवाएँ और COVID-19 वैक्सीन शामिल हैं।
वायरस का फैलाव
एचएमपीवी आमतौर पर ठंडे मौसम में अधिक सक्रिय होता है, और यह बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा गंभीर रूप से प्रभावित करता है। कोरोना वायरस का संक्रमण किसी भी मौसम में फैल सकता है, और यह सभी उम्र के व्यक्तियों को प्रभावित कर सकता है, हालांकि बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग अधिक प्रभावित होते हैं।
एहतियात और बचाव
कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क पहनना, हाथ धोना और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे उपाय प्रभावी रहे हैं। एचएमपीवी से बचाव के लिए भी इन्हीं उपायों को अपनाया जा सकता है, लेकिन कोरोना वायरस की तुलना में एचएमपीवी के संक्रमण को रोकने के लिए विशिष्ट उपायों की आवश्यकता कम होती है।