उत्तराखंड में 12 जनवरी 2025 को होने वाले अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखण्डी सम्मेलन की तैयारियां तेज़ी से शुरू हो गई हैं। इस सम्मेलन का आयोजन देहरादून में किया जाएगा, और इसका उद्देश्य राज्य के विकास में प्रवासी उत्तराखण्डियों की भूमिका को उजागर करना है। सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े विशेष सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें पर्यटन, कृषि, बागवानी, ग्राम्य विकास, उच्च शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट, हेल्थ केयर, आयुष, और योग जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, मैन्युफैक्चरिंग, पावर जनरेशन, स्टार्ट-अप्स जैसे क्षेत्रों में निवेश के संभावनाओं पर भी मंथन किया जाएगा।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सम्मेलन की तैयारियों को लेकर एक बैठक आयोजित की, जिसमें उन्होंने सम्मेलन के दौरान होने वाले विभिन्न सत्रों की जिम्मेदारी संबंधित सचिवों को सौंपते हुए एक सप्ताह में कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने इन सत्रों में विषय विशेषज्ञों, अधिकारियों, और प्रवासी अतिथियों को वक्ता के रूप में शामिल करने की बात कही, ताकि सम्मेलन में विविध दृष्टिकोण और सुझाव सामने आ सकें।
सम्मेलन का उद्देश्य और थीम
सम्मेलन की मुख्य थीम “सशक्त उत्तराखण्ड में प्रवासियों की भूमिका” रखी गई है, जिसका उद्देश्य यह दिखाना है कि उत्तराखंड के प्रवासी उत्तराखण्डियों का राज्य के विकास में कितना महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। यह सम्मेलन राज्य सरकार के लिए एक अवसर होगा, जब प्रवासी उत्तराखंडी राज्य के विकास की दिशा में अपने विचार, सुझाव और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
सम्मेलन में विशेष सत्र
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सत्रों के विषयों पर विशेष ध्यान दिया और कहा कि सम्मेलन के दौरान राज्य की लोक संस्कृति, खानपान, स्थानीय हस्तशिल्प, और उत्पादों का बेहतरीन प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को प्रवासी अतिथियों के सामने रखा जा सके। इसके अलावा, पर्यटन, कृषि, बागवानी, ग्राम्य विकास, उच्च शिक्षा, हेल्थकेयर, आयुष और योग जैसे विषयों पर भी गहन विचार-विमर्श होगा।
निवेश के अवसर और विकास की दिशा
मुख्य सचिव ने मैन्युफैक्चरिंग, पावर जनरेशन, स्टार्ट-अप्स जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर भी चर्चा करवाने का निर्देश दिया है। यह सत्र राज्य के आर्थिक विकास में नई दिशा दे सकते हैं और उत्तराखंड के लिए निवेश के अवसर पैदा कर सकते हैं। साथ ही, राज्य के लिए रोजगार और विकास के नए रास्ते खोलने में मदद मिल सकती है।
सम्मेलन की व्यवस्था
सम्मेलन के आयोजन को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने देहरादून नगर निगम और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शहर और आयोजन स्थल की स्वच्छता, पार्किंग व्यवस्था, और सुरक्षा के संदर्भ में दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ ही, विदेश से आने वाले प्रवासी अतिथियों के स्वागत-सत्कार के लिए सम्पर्क अधिकारियों, परिवहन, प्रोटोकॉल, रहने और ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर भी पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।
अधिकारियों की बैठक
इस बैठक में अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव सचिन कुर्वे, और विभागों के सचिव और अपर सचिव भी मौजूद थे। सभी ने सम्मेलन की सफलता के लिए विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया और जिम्मेदारियों का वितरण किया।
समग्र विकास की दिशा में एक अहम कदम
अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखण्डी सम्मेलन उत्तराखंड के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है, जिसमें राज्य सरकार और प्रवासी उत्तराखंडी मिलकर राज्य के समग्र विकास की दिशा में अहम विचार और योजनाएं साझा करेंगे। यह सम्मेलन न केवल राज्य की विकास योजनाओं को गति देगा, बल्कि उत्तराखंड को आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से मजबूत बनाने के लिए एक सशक्त मंच प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है और इसे उत्तराखंड के भविष्य के विकास के लिए मील का पत्थर मानती है।