नींद की गोलियां छोड़ें, वरना किडनी और लिवर पर पड़ेगा बुरा असर : क्या आपको भी रात-रात नींद नहीं आती है, क्या आप भी नींद की गोलियां खा रहे हैं. अगर हां तो सावधान हो जाइए, वरना आपकी किडनी और लिवर दोनों डैमेज हो सकती हैं. अमेरिकन साइकेट्रिक एसोसिएशन की एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इस रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के एक तिहाई वयस्क नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं. जिसकी वजह से ज्यादातर लोगों को स्लीपिंग पिल्स लेने पड़ रहे हैं. इन दवाओं के कई साइड इफेक्ट्स हैं. ऐसे में बिना डॉक्टर्स की सलाह पर इन्हें लेने से बचना चाहिए. आइए जानते हैं नींद की गोलियों के क्या-क्या खतरे हैं…
नींद की गोलियां कितनी सेफ
स्लीपिंग पिल्स नींद की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए मददगार होती हैं. ये दवाईयां डॉक्टर्स नींद न आने की गंभीर समस्याएं होने पर देते हैं. स्लीपिंग पिल्स दिमाग के केमिकल्स पर अपना प्रभाव डालते हैं. उन केमिकल्स को कंट्रोल कर शांत करनते हैं, जिसके बाद नींद में किसी तरह की दिक्कतें नहीं आती हैं. ज्यादा सीरियस प्रॉब्लम होने पर अगर डॉक्टर एक तय मात्रा में इसकी सलाह देते हैं तो यह सेफ हो सकता है लेकिन अगर इसे नॉर्मल प्रॉब्लम्स में भी ले रहे हैं तो इसका असर हेल्थ पड़ना तय है. इसलिए इसे लेने से बचना चाहिए.
स्लीपिंग पिल्स के प्रकार
1.बेंजोडायजेपाइन- ये गोलियां तुरंत असर दिखाती हैं और जल्दी नींद लाती हैं. लंबे समय तक इनका इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है.
2.नॉन बेंजोडायजेपाइन- ये पिल्स बेंजोडायजेपाइन की तुलना में कम असरदार होती हैं. इसके साइड इफेक्ट्स भी कम हो सकते हैं.
3.हिस्टामाइन-2 रिसेप्टर एंटागोनिस्ट्स- ये पिल्स सीधे नींद नहीं लाती बल्किं नींद लाने में मदद कर सकती हैं. ये पहले की दो पिल्स की तुलना में कम नुकसानदायक हैं.
नींद की गोलियां लेने के क्या साइड इफेक्ट्स हैं
1.स्लीपिंग पिल्स लेने वालों को हो सकता है नॉर्मल नींद ना आए. कई बार रात में अचानक से उठकर चौंक भी सकते हैं. इसे लेने से नींद न आने की समस्याएं भी हो सकती हैं.
2. स्लीपिंग पिल्स बनती ही इसलिए है कि नींद आए लेकिन अगर बिना डॉक्टर की सलाह ली जाए तो ज्यादा नींद लगने की समस्या खड़ी हो सकती है.
3. नींद की गोलियां लंबे समय तक इस्तेमाल करने से दिमाग को नुकसान पहुंच सकता है. इससे चिड़चिड़ापन, गुस्सा आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके मेमोरी से जुड़ी प्रॉब्लम्स भी हो सकती हैं.
4. ज्यादा स्लीपिंग पिल्स नींद उड़ा भी सकती हैं और रातभर जगा सकती है.
5.अगर बिना डॉक्टर की सलाह पर नींद की गोलियां ले रहे हैं तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं. इसका लिवर और किडनी पर निगेटिव असर पड़ सकता है. इससे दो अंग फेल या डैमेज हो सकते हैं.
कब जाना चाहिए डॉक्टर के पास
1. जब रोज-रोज स्लीपिंग पिल्स लेने की आदत पड़ जाए और लगे कि इसके बिना नींद ही नहीं आ रही है.
2. स्लीपिंग पिल्स लेने के बाद अगर उल्टी और चक्कर आए.
3. स्लीपिंग पिल्स लेने के बाद भी अगर नींद न जाए और रातभर जागना पड़े.
4. हार्ट, लिवर या किडनी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह स्लीपिंग पिल्स न खाएं.