जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने जहां कई परिवारों की खुशियों को छीन लिया, वहीं इसका असर भारत और पाकिस्तान के आम नागरिकों की निजी जिंदगी पर भी पड़ा है। इस कायराना हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए अटारी बॉर्डर को अस्थाई रूप से बंद कर दिया है, जिसका सीधा असर उन शादियों पर पड़ा है जिनमें दूल्हा या बारात पाकिस्तान से भारत आनी थी या भारत से पाकिस्तान जानी थी।
सीएम योगी ने कहा-आतंकियों को इसका जवाब जरूर मिलेगा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि आतंकियों को इसका जवाब जरूर मिलेगा। पहलगाम में हुए इस हमले में अब तक 26 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। हमले में आतंकियों ने पहले नाम और धर्म पूछे, फिर निर्दोष पर्यटकों को गोली मार दी। इसका मकसद देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाना बताया जा रहा है।
इस हमले के बाद पाकिस्तान जाने वाले कई भारतीय नागरिकों को बॉर्डर बंद होने के कारण लौटना पड़ा। राजस्थान के रहने वाले शैतान सिंह, जो पाकिस्तान में होने वाली अपनी शादी के लिए रवाना होने वाले थे, अब मायूस हैं। उन्होंने कहा, “हमारी शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, लेकिन अब बॉर्डर बंद है, हमें जाने नहीं दिया जा रहा।” इसी तरह, सुरिंदर सिंह का भी पारिवारिक विवाह स्थगित हो गया है। उनके परिवार के कुछ सदस्य पाकिस्तान में रहते हैं और अब वह इस महत्वपूर्ण मौके पर शामिल नहीं हो पाएंगे।
भारत सरकार ने साफ किया है कि पाकिस्तान में मौजूद भारतीय नागरिक एक मई तक लौट सकते हैं, जबकि पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने को कहा गया है।आतंकवाद की यह एक ऐसी घटना है, जिसने न केवल जिंदगियां लीं बल्कि कई मासूमों की खुशियों को भी रोक दिया। इससे यह स्पष्ट है कि आतंक की आग सिर्फ सीमा नहीं देखती, वह दोनों ओर के परिवारों को झुलसाती है।