पेट्रोल 125 रुपये लीटर? बढ़ती कीमतों से जनता बेहाल : कुछ दिनों पहले इजरायल से जासूसी पर आधारित एक वेब सीरीज आई, जिसका नाम है तेहरान. इसकी बहुत ज्यादा चर्चा हुई. इसमें एक मोसाद के एजेंट ने ईरान में जाकर ऑपरेशन लॉन्च किया. उसने ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम को नाकाम कर दिया ताकि इजरायल का हवाई हमला आसानी से हो जाए. ये वेब सीरीज इजरायल की ही एक कंपनी ने बनाई।
ये भी संभव है कि जब ये वेब सीरीज बन रही हो उस समय तक इजरायल ने ऐसा ऑपरेशन लॉन्च करने का प्लान तैयार कर लिया हो. हालांकि इस कहानी के सामने आने के बाद भी इजरायल की सेना ने ऐसा ही ऑपरेशन सफलतापूर्वक लॉन्च किया. इससे आप समझ सकते हैं कि कितने सटीक तरीके से उन्होंने ऑपरेशन के एक-एक चरण की प्लानिंग की है. आप कह सकते हैं इजरायल ने ईरान को पिक्चर दिखा-दिखा कर मारा है।
दिल्ली से करीब 2500 किलोमीटर दूर तेहरान में हमले हो रहे हैं. लेकिन इसका असर भारत पर भी पड़ना तय माना जा रहा है. अगर इजरायल और ईरान के बीच युद्ध भड़क गया और इसमें मिडिल ईस्ट के दूसरे देश भी शामिल हो गए तो डीजल-पेट्रोल और एलपीजी गैस के दामों पर बड़ा असर पड़ सकता है.भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी तेल दुनिया के दूसरे देशों से इंपोर्ट करता है. और इसका एक तिहाई हिस्सा मिडिल ईस्ट के देशों से आता है. यानी वहां से आ रहे तेल पर यदि युद्ध की वजह से दिक्कत हुई तो दाम बढ़ सकते हैं।
कच्चे तेल की बढ़ी कीमतें
ईरान-इजरायल टेंशन शुरू होते ही कच्चा तेल 92 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर गया है.अमेरिका की प्रसिद्ध वित्तीय संस्था जेपी मॉर्गन का दावा है कि ये कीमतें 31 फीसदी बढ़कर 120 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं. अगर इतनी बढ़ोत्तरी पेट्रोल की कीमतों में भी हो जाए तो जो पेट्रोल आप दिल्ली में 94 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से खरीदते हैं उसकी कीमत बढ़कर 123 रुपये लीटर हो सकती है।